अमेरिकी सूत्रों के अनुसार, सीरिया और ज़ायोनी सरकार के बीच अप्रत्यक्ष और गैर-सार्वजनिक वार्ता बिना किसी ठोस प्रगति के व्यावहारिक रूप से गतिरोध में पहुँच गई हैं।
अमेरिकी सूत्रों ने स्वीकार किया है कि सीरिया और ज़ायोनी सरकार के बीच हुई कई दौर की वार्ता किसी नतीजे पर नहीं पहुँच सकीं और व्यावहारिक रूप से गतिरोध में आ गई हैं। अरब मीडिया के अनुसार, यह वार्ता अप्रत्यक्ष और गैर-सार्वजनिक तरीके से जारी रहीं, जबकि अतीत में पेरिस में कुछ औपचारिक बैठकें भी हुईं, लेकिन उनका कोई उल्लेखनीय नतीजा सामने नहीं आ सका।
ज़ायोनी अखबार मआरीव ने रिपोर्ट दी है कि हालांकि दोनों पक्षों के बीच संपर्क पूरी तरह से टूटे नहीं हैं, लेकिन मतभेदों की गहराई के कारण वार्ता आगे बढ़ने में विफल रही है। रिपोर्ट में बताया गया है कि तुर्की सेना की सीरिया में उपस्थिति और ज़ायोनी सेना के कब्जे वाले सीरियाई क्षेत्रों से उनके हटने जैसे मूलभूत मुद्दों पर गंभीर मतभेद हैं।
इसी तरह, दमिश्क और वाशिंगटन के बीच सीरिया की शासन प्रणाली के संबंध में भी मतभेद बने हुए हैं। एक तरफ सीरियाई सरकार मजबूत केंद्रीय प्रणाली पर जोर दे रही है, जबकि दूसरी तरफ अमेरिका संघीय शैली की सरकार पर जोर दे रहा है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ज़ायोनी सरकार दक्षिणी सीरिया में रहने वाले द्रुज़ समुदाय के समर्थन के माध्यम से कब्जे वाले क्षेत्रों के निकट अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश कर रही है।
वहीं, एक अमेरिकी अधिकारी ने स्पष्ट किया है कि वाशिंगटन सीरिया में इराक जैसा मॉडल लागू करना चाहता है, जिसे दमिश्क की ओर से गंभीर आपत्तियों का सामना करना पड़ रहा है।
20 दिसंबर 2025 - 13:01
समाचार कोड: 1763897
दमिश्क और वाशिंगटन के बीच भी सीरिया की शासन प्रणाली के संबंध में भी मतभेद बने हुए हैं। एक तरफ सीरियाई सरकार मजबूत केंद्रीय प्रणाली पर जोर दे रही है, जबकि दूसरी तरफ अमेरिका संघीय शैली की सरकार पर जोर दे रहा है।
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